हरियाणा सरकार ने महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से लाडो लक्ष्मी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, राज्य की गरीब महिलाओं को हर महीने ₹2,100 का आर्थिक भत्ता दिया जाएगा ताकि वे अपनी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
लाडो लक्ष्मी योजना का उद्देश्य
लाडो लक्ष्मी योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सशक्त बनाना है। खासकर बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी की महिलाओं को लाभान्वित कर, उनका जीवनस्तर सुधारने का प्रयास किया गया है। योजना उन महिलाओं के लिए एक सहारा बनेगी जो आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार का समर्थन करना चाहती हैं।
वित्तीय सहायता और लाभ
इस योजना में हरियाणा की महिलाओं को ₹2,100 मासिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह राशि सीधे महिला के बैंक खाते में की जाएगी, जिससे महिला अपने खर्चों को संभाल सकेगी। इस भत्ते से महिलाओं को खर्चों में सहायता मिलेगी और वे छोटे व्यापार या स्वयंसेवी कार्यों में भी कदम बढ़ा सकेंगी।
लाडो लक्ष्मी योजना पात्रता के मानदंड
इस योजना का लाभ पाने के लिए महिलाओं को कुछ मानदंडों का पालन करना होगा, जैसे कि:
- हरियाणा राज्य की स्थायी निवासी होना अनिवार्य है।
- परिवार की वार्षिक आय ₹1.80 लाख होनी चाहिए।
- महिला की आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
- महिला को किसी अन्य समान योजना का लाभ नहीं मिलना चाहिए।
लाडो लक्ष्मी योजना आवश्यक दस्तावेज
योजना के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ जरूरी हैं:
- आधार कार्ड
- हरियाणा निवासी प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- परिवार पहचान पत्र
- बैंक खाता विवरण
- सक्रिय मोबाइल नंबर
लाडो लक्ष्मी योजना रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
लाडो लक्ष्मी योजना में आवेदन ऑनलाइन किया जा सकता है। प्रक्रिया इस प्रकार है:
- हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- फैमिली आईडी नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- OTP वेरीफाई करें और मांगी गई जानकारी को भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें।
लाडो लक्ष्मी योजना रजिस्ट्रेशन तिथि
रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की तिथि की घोषणा जल्द ही की जाएगी। पात्र महिलाएं योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
लाडो लक्ष्मी योजना का महत्व
लाडो लक्ष्मी योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और समाज में उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारना है। यह योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे राज्य की आर्थिक उन्नति में भी योगदान मिलेगा।