भारत सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक विशेष बचत योजना है, जिसे विशेष रूप से बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह योजना 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए एक सुरक्षित और लाभकारी वित्तीय साधन प्रदान करना है।
सुकन्या समृद्धि योजना 2025 की प्रमुख विशेषताएँ
- ब्याज दर: इस योजना में वर्तमान ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष (सालाना चक्रवृद्धि) है, जो 1 अक्टूबर 2025 से 31 दिसंबर 2025 तक लागू है।
- न्यूनतम और अधिकतम निवेश: प्रारंभिक निवेश ₹250 से शुरू होता है, और एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश किया जा सकता है।
- निवेश की अवधि: निवेश की कुल अवधि 21 वर्ष है, जिसमें से 15 वर्ष तक नियमित जमा करना आवश्यक है।
- निकासी की सुविधा: 18 वर्ष की आयु के बाद, शिक्षा या विवाह के लिए खाते से आंशिक निकासी की अनुमति है।
- कर लाभ: निवेश पर कर लाभ सेक्शन 80C के तहत मिलता है, और मैच्योरिटी राशि पर भी कोई कर नहीं लगता।
खाता खोलने की प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी डाकघर या अधिकृत बैंक शाखा में खोला जा सकता है। खाता खोलने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- गृहिणी का पहचान पत्र और पता प्रमाण
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- खाता खोलने के लिए आवेदन पत्र
निवेश का गणित
यदि आप हर महीने ₹250 जमा करते हैं, तो सालाना ₹3,000 का निवेश होगा। 15 वर्षों तक नियमित निवेश करने पर, 21 वर्ष की आयु में मैच्योरिटी राशि लगभग ₹6.5 लाख हो सकती है। यदि आप हर महीने ₹1,000 जमा करते हैं, तो मैच्योरिटी राशि ₹26 लाख से अधिक हो सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
- सुरक्षित निवेश: यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे निवेशकों को सुरक्षा की गारंटी मिलती है।
- लंबी अवधि का लाभ: लंबी अवधि में निवेश करने से चक्रवृद्धि ब्याज का अधिकतम लाभ मिलता है।
- लचीलापन: शिक्षा और विवाह के लिए निकासी की सुविधा से यह योजना और भी आकर्षक बनती है।