Free Silai Machine Toolkit e-Voucher Payment: फ्री सिलाई मशीन योजना ई- वाउचर आवेदन करें

सिलाई मशीन योजना में बड़ा परिवर्तन हुआ है, अब बैंक में पेमेंट उपलब्ध नहीं होगा। अगर आपने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत चल रही सिलाई मशीन योजना के लिए टूल किट के लिए आवेदन किया था, तो यह आपके लिए अच्छी खबर है क्योंकि हाल ही में सरकार ने इसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अधिक जानकारी के लिए, इस लेख को अंत तक ज़रूर पढ़ें।

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फ्री सिलाई मशीन टूलकिट

सिलाई मशीन योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का ही एक हिस्सा है। इस योजना के अंतर्गत, महिलाओं को सिलाई मशीन खरीदने के लिए 15 हजार रुपये का अनुदान प्रदान किया जाता है। इस योजना में अनुदान प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। पहले इस योजना के तहत दिया जाने वाला अनुदान आवेदिका के बैंक खाते में दिया जाता था, लेकिन हाल ही में केंद्र सरकार ने इसमें बदलाव किया है और अब यह अनुदान आवेदिका को एक ई-वाउचर के रूप में दिया जाएगा।

Silai Machine Toolkit e-Voucher Payment

सिलाई मशीन के टूलकिट ख़रीदने के लिए उपलब्ध ई-वाउचर का उपयोग करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  • सबसे पहले अपने स्मार्टफ़ोन में Google Play Store या Apple App Store से BHIM UPI ऐप डाउनलोड करें।
  • ऐप में अपने आधार कार्ड से लिंक किए गए मोबाइल नंबर से साइन अप करें।
  • ऐप के होम पेज पर सर्विसेज़ के सेक्शन में “ई वाउचर” का ऑप्शन देखें और उसे चुनें।
  • “ई वाउचर” पर क्लिक करने के बाद, एक नया पेज ओपन होगा जिसमें वर्तमान और इन एक्टिव वाउचरों की सूची दी जाएगी।
  • इस सूची से आपका चुना हुआ “एक्टिव ई वाउचर” चुनें।
  • आपको यहाँ मिनिस्ट्री MSME से प्राप्त 15 हज़ार रुपये का ई वाउचर दिखाई देगा।
  • चुने गए ई वाउचर पर क्लिक करने के बाद, आपके सामने “QR कोड स्कैन करें” का ऑप्शन आएगा।
  • यहाँ से आप QR कोड स्कैन करके दुकानदार को सीधे उसके बैंक अकाउंट में पेमेंट भेज सकते हैं।

एआईसीटीई फ्री लैपटॉप योजना

इस आसान प्रक्रिया के माध्यम से अब आप फ्री सिलाई मशीन योजना के तहत दिए जाने वाले ई वाउचर का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान दें कि आप इस ई वाउचर को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर नहीं कर सकते। इस ई वाउचर का उपयोग केवल सिलाई मशीन टूल किट के लिए है और किसी अन्य खरीदारी के लिए नहीं है। यदि ऐसा किया जाता है तो यह दंडनीय अपराध माना जाएगा।

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