केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) के तहत देशभर के करोड़ों किसानों को हर साल आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना में किसानों को सालाना ₹6000 तीन बराबर किस्तों में दिए जाते हैं। अभी तक 20 किस्तें किसानों को मिल चुकी हैं और अब 21वीं किस्त को लेकर किसान बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सरकार की ओर से इस बार 21वीं किस्त को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है।
क्या है पीएम किसान सम्मान निधि योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना फरवरी 2019 में शुरू की गई थी। इस योजना का मकसद छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता देना है ताकि वे खेती-बाड़ी के कामों में बेहतर तरीके से निवेश कर सकें। इसके तहत योग्य किसानों के खाते में हर चार महीने में ₹2000 भेजे जाते हैं।
21वीं किस्त को लेकर बड़ा अपडेट
सरकार की ओर से मिली ताज़ा जानकारी के मुताबिक PM Kisan Yojana की 21वीं किस्त का भुगतान अक्टूबर 2025 के अंत तक किया जा सकता है। हालांकि आधिकारिक तारीख जल्द ही पीएम किसान पोर्टल (pmkisan.gov.in) पर जारी होगी। कृषि मंत्रालय लगातार राज्यों के साथ लाभार्थियों की जांच कर रहा है ताकि केवल योग्य किसानों को ही इस किस्त का लाभ मिले।
किस्त पाने के लिए जरूरी शर्तें
अगर आप भी इस योजना के लाभार्थी हैं और 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:
- ई-केवाईसी (e-KYC) कराना अनिवार्य है।
- आधार कार्ड और बैंक खाते को आधार से लिंक कराना ज़रूरी है।
- भूमि रिकॉर्ड सही और अपडेट होना चाहिए।
- गलत जानकारी देने वाले किसानों का पंजीकरण रद्द किया जा सकता है।
अगर आपने इन सभी नियमों का पालन किया है तो आपके खाते में बिना किसी दिक्कत के ₹2000 ट्रांसफर हो जाएंगे।
किस तरह करें स्टेटस चेक
किसानों के लिए सरकार ने pmkisan.gov.in पोर्टल पर स्टेटस चेक करने की सुविधा दी है।
- वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर “Beneficiary Status” विकल्प चुनें।
- अपना आधार नंबर या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें।
- OTP के जरिए वेरिफाई करें।
- अब आपके सामने किस्त का पूरा स्टेटस आ जाएगा।
इस प्रक्रिया से आप आसानी से देख सकते हैं कि आपका नाम 21वीं किस्त के लिए स्वीकृत सूची में है या नहीं।
पिछली किस्तों से क्या सीख
केंद्र सरकार ने पिछली किस्तों में किसानों के खातों में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए हैं। लेकिन ई-केवाईसी न होने और गलत जानकारी के कारण कई किसानों की किस्त अटक गई थी। इस बार सरकार ने पहले से ही किसानों को ई-केवाईसी पूरी करने का समय दिया है।