भारत में लाखों निवेशक सहारा इंडिया में फंसे अपने पैसों की वापसी का इंतजार कर रहे थे और अब उनके लिए राहत की खबर है। सरकार द्वारा निर्देशित सहारा इंडिया रिफंड प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसमें योग्य निवेशकों को उनकी निवेश की गई राशि धीरे-धीरे वापस की जा रही है। इस लेख में हम इस प्रक्रिया की पूरी जानकारी देंगे ताकि निवेशक आसानी से अपने पैसों की वापसी सुनिश्चित कर सकें।
रिफंड प्रक्रिया की पृष्ठभूमि
सहारा इंडिया समूह में लाखों लोगों ने निवेश किया था लेकिन समय के साथ कई कानूनी और वित्तीय समस्याओं के चलते निवेशकों के पैसे फंस गए। अब सरकारी निगरानी और सहारा के विशेष रिफंड पोर्टल के माध्यम से निवेशकों को 50,000 रुपये तक की राशि लौटाई जा रही है। इससे पहले यह सीमा केवल 10,000 रुपये थी लेकिन अब इसे बढ़ा दिया गया है ताकि अधिक निवेशकों को राहत मिल सके।
रिफंड प्रक्रिया कैसे काम करती है?
इस रिफंड प्रक्रिया के तहत निवेशकों को सबसे पहले अपना पंजीकरण सहारा इंडिया के आधिकारिक रिफंड पोर्टल पर करना होगा। इसके लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:|
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- पंजीकृत मोबाइल नंबर
कितनी समय लगेगा?
रिफंड मिलने में लगभग 40 से 45 दिन का समय लग सकता है। यह समय आवेदन की मात्रा और दस्तावेजों के सत्यापन पर निर्भर करेगा। सहारा समूह के अनुसार सत्यापन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के बाद निवेशकों को उनके बैंक खाते में सीधा रिफंड भेज दिया जाएगा।
कौन कर सकता है आवेदन?
इस रिफंड योजना का लाभ उन्हीं निवेशकों को मिलेगा जिनका सहारा इंडिया के साथ सक्रिय खाता रहा है और जिनके निवेश की पुष्टि दस्तावेजों से हो चुकी है। आवेदन करते समय यह सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज अद्यतित और सही हों ताकि रिफंड में कोई देरी न हो।
आवेदन प्रक्रिया
- सहारा इंडिया के विशेष रिफंड पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करें।
- जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण को अपलोड करें।
- पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, जिससे आपके आवेदन की पुष्टि की जाएगी।
- सभी जानकारी के बाद आवेदन सबमिट कर दें।
सत्यापन प्रक्रिया के बाद सहारा इंडिया के पोर्टल पर आपकी पंजीकरण स्थिति दिखेगी जिससे आप अपने रिफंड की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।