सहारा इंडिया के निवेशकों के लिए एक बड़ी और राहतभरी खबर सामने आई है। कई वर्षों से अपने धन की वापसी का इंतजार कर रहे निवेशकों को अब उम्मीद की नई किरण दिख रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सरकार ने सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया है, जिससे निवेशकों को उनका पैसा लौटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आइए जानते हैं इस प्रक्रिया से जुड़ी पूरी जानकारी।
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा कदम
सहारा इंडिया पर हजारों करोड़ रुपये की देनदारी का मामला लंबे समय से चल रहा था। निवेशकों ने वर्षों तक न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और अंततः सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को इस मामले में कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके तहत सहारा रिफंड पोर्टल का शुभारंभ किया गया।
सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल की विशेषताएं
सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि निवेशकों को अपने पैसे की स्थिति जांचने और रिफंड के लिए आवेदन करने में कोई परेशानी न हो। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है, जिससे लोगों को पारदर्शिता और सुविधा मिलेगी।
रिफंड प्रक्रिया में लगने वाला समय
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि रिफंड प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो। आम तौर पर, आवेदन स्वीकार होने के बाद 40-45 दिनों में धनराशि निवेशक के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी?
रिफंड के लिए आवेदन करते समय निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है:
- निवेश की पासबुक या रसीद
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
- सबसे पहले सहारा रिफंड पोर्टल पर जाएं।
- निवेशक अपना रजिस्ट्रेशन नंबर, मोबाइल नंबर, और अन्य आवश्यक जानकारी भरें।
- निवेशकों को अपने निवेश से जुड़े दस्तावेज, जैसे पासबुक और रसीदें, अपलोड करनी होंगी।
- सभी जानकारी जांचने के बाद आवेदन स्वीकार किया जाएगा।