सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना है। यह योजना अब पूरे भारत के हर राज्य और जिले में लोकप्रिय हो चुकी है और बेटियों के लिए आर्थिक सुरक्षा का एक प्रभावी साधन साबित हो रही है।
इस योजना के अंतर्गत, कम आय वाले अभिभावक अपनी बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए छोटी-छोटी बचत कर रहे हैं। इसका उद्देश्य है कि आगे चलकर उन्हें अपनी बेटियों की शिक्षा, विवाह और अन्य ज़रूरी कार्यों के लिए वित्तीय चिंता न हो, और वे सुचारु रूप से सभी ज़रूरी प्रबंध कर सकें।
गौरतलब है कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत, देशभर के डाकघरों के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 30 करोड़ से अधिक अभिभावकों ने अपनी बेटियों के नाम पर खाते खुलवाए हैं, और हर साल इस संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
Sukanya Samriddhi Yojana 2024
सुकन्या समृद्धि योजना का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि इसमें बेटी के नाम पर खाता खोलकर बचत की गई राशि पर अच्छा ब्याज मिलता है, साथ ही इन खातों पर किसी भी प्रकार का सरकारी कर नहीं लगता। इसका मतलब है कि इस योजना में निवेश पूरी तरह से टैक्स-फ्री है, जिससे अभिभावकों को बचत का पूरा लाभ मिलता है।
वे अभिभावक जो अपनी बेटी को उच्च शिक्षा देना चाहते हैं या उसका विवाह धूमधाम से करना चाहते हैं, लेकिन बड़ी राशि जुटाने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए सुकन्या समृद्धि योजना में बेटी का बचत खाता खुलवाना एक अच्छा विकल्प है। इससे वे धीरे-धीरे बचत कर अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के पात्रता मापदंड
- सुकन्या समृद्धि योजना के तहत केवल भारतीय नागरिक अभिभावक ही अपनी बेटी का खाता खुलवा सकते हैं।
- इस योजना में उन अभिभावकों को शामिल किया गया है जिनकी वार्षिक आय ₹50,000 से ₹6 लाख के बीच है।
- खाता खुलवाने के लिए बेटी की आयु 10 वर्ष या उससे कम होनी चाहिए।
- साथ ही एक परिवार अधिकतम दो बेटियों के लिए ही खाता खुलवा सकता है; तीसरी बेटी के लिए खाता नहीं खोला जा सकता।
सुकन्या समृद्धि योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
- अभिभावक का आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- परिवार समग्र आईडी
- बच्ची का आधार कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर इत्यादि।
सुकन्या समृद्धि योजना की जानकारी
- सुकन्या समृद्धि योजना के तहत न्यूनतम ₹250 से लेकर अधिकतम ₹1.5 लाख तक की राशि के साथ खाता खोला जा सकता है।
- इस खाते में अधिकतम 15 वर्षों तक बचत की जा सकती है।
- बेटी के 18 से 21 वर्ष की आयु में पहुँचने पर अभिभावक संपूर्ण बचत राशि को ब्याज सहित प्राप्त कर सकते हैं।
- शिक्षा संबंधी आवश्यकताओं के लिए, कुछ नियमों के तहत 18 वर्ष से पहले ही खाते की आधी राशि निकाली जा सकती है।
- अभिभावक की अनुपस्थिति में बेटी स्वयं इस खाते का संचालन कर सकती है।
- इस योजना पर ब्याज दर वर्तमान समय की दरों के अनुसार लागू होती है।
सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य
सुकन्या समृद्धि योजना को केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से शुरू किया है। इस योजना के तहत वे परिवार, जो बेटियों को आर्थिक रूप से बोझ मानते हैं या उनके लिए बड़ी राशि जुटाने में असमर्थ हैं, अपनी बेटियों के नाम पर बचत खाता खुलवाकर छोटे-छोटे योगदान कर सकते हैं। इस प्रकार, यह योजना इन परिवारों को अपनी बेटियों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खाता कैसे खोले?
- सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने सबसे पहले नजदीकी डाक विभाग में जाएं।
- वहां के कर्मचारियों से सलाह लेते हुए योजना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करें। इस फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक भरें।
- फॉर्म भरने के बाद उसमें अपनी और अपनी बेटी की पासपोर्ट साइज फोटो लगाएं और आवश्यकतानुसार हस्ताक्षर करें।
- इसके बाद सभी जरूरी दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करें।
- इसके बाद भरा हुआ फॉर्म और दस्तावेज काउंटर पर सत्यापन के लिए जमा कर दें।
- यदि आपकी जानकारी सही पाई जाती है तो आपका खाता खोला जाएगा और आपको अपनी बचत राशि की पहली किस्त जमा करनी होगी।
- खाता खोलने के बाद आपको एक पासबुक भी दी जाएगी जिसका उपयोग अभिभावक आगे के लेन-देन के लिए कर सकते हैं।